Tuesday 24 August 2010

दो पल का ख्वाब ....



गर्म सांसों

की महक से उनकी

हर रोम -रोम पुलकित हुआ ।

एक हलकी सी

छुवन से उनकी

खिल उठा हर अहसास ॥

दिल की हर आरजू

हो गई समाहित

उनके आगोश में ।

दो पल के ख्वाब में

जो वो मेरे करीब थे ॥

6 comments:

  1. गज़ब के भावो के साथ्……॥सुन्दर अभिव्यक्ती…

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  2. बहुत ही सुंदर .... एक एक पंक्तियों ने मन को छू लिया ...

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  3. सुन्दर ख्वाब की कल्पना |

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